लक्ष्य निर्धारित है तो कामयाबी की गारंटी
अभिव्यक्ति
एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में रमेश जी को मुख्य अतिथि के रूप में निमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए रमेश जी ने हिम्मत और मेहनत के महत्व पर जोर दिया। वे ही विचार मैं आपके सम्मुख रख रहा हूं। आजकल लोगों में दुनिया से आगे निकलने की होड़ सी लगी हुई है। चाहे कैसे भी हो, सभी उन्नति के शिखर पर पहुंचना चाहते हैं। अधिकाधिक धन अर्जित करना कितने ही लोगों का सपना होता है, परन्तु धन व पैसा कमाना ही सफलता का पर्याय नहीं है। आज हम जमशेद जी टाटा, धीरूभाई अंबानी, अब्राहम लिंकन, लाल बहादुर शास्त्री आदि नामों को केवल धन व पद के कारण ही नहीं जानते, अपितु इसलिए जानते हैं क्योंकि इन्होंने अदम्य साहस व मेहनत से वो कर दिखाया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। सफलता पाने के लिए जरूरी है कि आप में चुनौतियों व कठिनाइयों के सिर पर पैर रखकर आगे बढ़ने का साहस हो और मेहनत से आगे बढ़ने का दृढ़ संकल्प।
कितने ही लोग धन कमाकर व छोड़कर चले गए परन्तु दुनिया के सामने अपनी कोई छाप नहीं छोड़ पाए और जो साहस व मेहनत से आगे बढ़े, वे चाहे धनी न भी रहें हों, परन्तु इस जगत में अमर हो गए। सफलता के लक्ष्य में कई कठिनाइयां आती हैं, परन्तु एक साहसी व्यक्ति ही उन्हें पार कर पाता हैजीवन में हमें आगे बढ़ने के कई अवसर मिलते हैं परन्तु जिनमें साहस है, वह प्रत्येक अवसर का लाभ उठाता है। कितने ही लोग अवसरों को इसलिए छोड़ देते हैं कि यह एक मुश्किल कार्य है।
परन्तु याद रहे, अगर आप वास्तव में सफलता पाना चाहते हैं तो यह बात सोच लें कि केवल आसान कार्य करने के लिए ही आपका जन्म नहीं हुआ है। आसान कार्य तो कोई भी कर सकता है। यदि आप दुनिया की भीड़ से अलग चलना चाहते हैं तो आपको वे कार्य करने होंगे, जो और लोग नहीं कर सकते अथवा करने की हिम्मत नहीं रखते। साहसी को ही विजय मिलती है। सफलता के मार्ग में विघ्न, हताशा, निराशा आदि अनेक व्यवधान आते हैं। परन्तु जो इनसे पार पा जाते हैं, वे साहसी लोग ही आगे बढ़ पाते हैं। निराशा व हताशा व्यक्ति को कमजोर बना देती है परन्तु मन में यदि दृढ़ संकल्प है कि लक्ष्य को पाना ही है तो फिर सफलता दूर नहीं।
तो फिर सफलता दूर नहीं। रमेश जी कहते हैं कि A river cut the rock, not because of its power, but because of its consistency. Remember never lose your hope and keep continue your efforts towards the target. सफलता पाने के लिए आपको स्वयं मेहनत करनी पड़ेगी। दूसरों की मेहनत पर आप सफलता का अधिकार नहीं रखते। सफलता आपको चाहिए, तो मेहनत भी आपको ही करनी होगी। सफल व्यक्ति कुछ अलग नहीं होते परन्तु वे थककर पीछे मुड़कर नहीं देखते। यदि उनकी हार भी हो जाए तो वह हार ही उनको आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। कभी भी अपनी गलतियों व पराजय से हतोत्साहित न हों, परन्तु स्वयं को लक्ष्य की ओर - प्रेरित करें व साहस से काम लें।
काम लें। रमेश जी कहते हैं कि A strong and positive attitude creates more miracles than any other thing. Because life is 10% how you make it and 90% how you take it.
अपने अन्दर कभी भी आलस्य न आने दें। क्योंकि आलस्य वह रोग है जो आपके अन्दर जंग लगा देगा। साहसी व्यक्ति कभी भी सफलता के लिए भाग्योदय की प्रतीक्षा नहीं करता। भाग्य के सहारे सफलता पाने वाले व्यक्ति ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाते। अपनी असाधारण प्रतिभा, कभी न हार मानने वाला संकल्प; वे ही दुनिया को दिखा पाते हैं, जो भाग्य से नहीं साहस से काम लेते हैं। साहस और मेहनत आपकी निजी निधि है। इसे कभी समाप्त न होने देना। सफलता कोई खेल नहीं है, जिसके लिए भाग्य का साथ होना आवश्यक है। यह तो आपकी मेहनत का फल है। आपकी मेहनत का फल है।
यह कभी न सोचें कि किसी अन्य ने अथवा अमुक व्यक्ति ने बिना किसी मेहनत के सफलता व प्रतिष्ठा प्राप्त की है, मैं भी ऐसा ही करूगा। यदि आप मेहनत करते हैं और कुछ नहीं मिलता है तो आप उनसे तो बेहतर ही हैं, जो कुछ नहीं करते और उन्हें बहुत कछ मिल जाता है। मेहनत करने पर भी यदि आपको कोई फल नहीं मिलता तो आप सबसे गर्व से कह सकते हैं कि मैंने मेहनत में कमी नहीं छोड़ी थी। यदि आप साहसी हैं तो आप अगली बार फिर से मेहनत करेंगे परन्तु हार नहीं मानेंगे। यही सफलता का शुभारंभ है। अपनी रूचि अनुसार बच्चों को भविष्य में क्या बनना है, इसका निर्धारण करना चाहिए। तदनुसार आलस्य छोड़कर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दृढ़ संकल्प, एकाग्रता और सच्ची लगन से मेहनत करनी चाहिए। ऐसा करने वाले अवश्य ही अपने सभी लक्ष्य समय रहते प्राप्त कर लेते हैं और जीवन में निरन्तर प्रगति करते रहते हैं।
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