विघ्न  हर्ता आ रहे हैं आपके द्वार  कष्ट हरने आपके

  विघ्न  हर्ता आ रहे हैं आपके द्वार  कष्ट हरने आपके


 

श्री गणेश भगवान में प्रथम पूजनीय हैं ? कैसे दूर हो आपके ऑफिस,घर के वास्तु शास्त्र को जानते है? भगवान श्री गणेश अपने आप में ही सम्पूर्ण वास्तु शास्त्र खुद है! बस थोडी सी सही और सटीक जानकारी आपको ॐ पत्रिका और फेसबुक पेज आस्ट्रो विद्या के माध्यम से आपको दी जा रही है! नमश्कार पाठको मैं आप का ॐ पत्रिका में स्वागत करता हूं !

 

भगवान श्री गणेश  खुशहाली, उन्नति और मंगल के प्रतिक हैं ! भगवान श्री गणेश विघ्न हर्ता ही नहीं बल्कि बुद्धि प्रदाता भी है! बल्कि सम्पूर्ण वास्तु भी है! सभी देवी-देवता में प्रथम पूजे जाने  वाले भगवान श्री गणेश का जन्मदिन 22/8/2020 को मनाया जा रहा हैं! ये दिवस 10 दिन तक चलेगा! इस दिन आप भगवान श्री गणेश जी की विधिवत स्थापना करे |



पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार माता पार्वती स्नान के लिए गयीं. उन्होंने द्वार पर गणेश जी को बिठा दिया. माता पार्वती ने गणेश जी को बिना उनकी इजाजत के किसी को भी अंदर नहीं आने देने को कहा था. इसी दौरान भगवान शिव पहुंचे और अंदर जाने की कोशिश करने लगें. जब गणेश जी ने उन्हें रोका तो क्रोधित होकर भगवान शिव ने गणेश जी का सिर धड़ से अलग कर दिया. जब माता पार्वती बाहर निकलीं तो यह देखकर व्याकुल हो उठीं. उन्होंने भगवान शिव से गणेश जी को बचाने के लिए कहा. भगवान शिव ने गणेश जी को हाथी का सिर लगा दिया. इस तरह भगवान गणेश गजानन के नाम से भी पूजे जानें लगे|गणपति की स्थापना करते समय कुछ जरूरी बातों का सबसे ज्यादा ध्यान रखनी चाहिए. गणेश जी की मूर्ति का मुंह पूर्व की दिशा की तरफ होनी चाहिए| गणेश जी की पूजा शुरू करने से पहले संकल्प लेना होता है, इसके बाद भगवान गणेश का आह्वान किया जाता है. इसके बाद भगवान गणेश के मंत्रों के उच्चारण के साथ मूर्ति की स्थापना की जाती है| भगवान गणेश को धूप, दीप, फूल, फल, मोदक, वस्त्र, अर्पित किए जाते हैं. इसके बाद भगवान गणेश की आरती उतारी जाती है| प्रसाद में मोदक जरूर रखें क्योंकि भगवान गणेश को मोदक काफी प्रिय है|पुराणों में मोदक का वर्णन मिलता है. मोदक का अर्थ खुशी होता है और भगवान श्रीगणेश हमेशा खुश रहा करते थे. इसी वजह से उन्हें गणेश चतुर्थी पर मोदक का भोग लगाया जाता है. भगवान गणेश को ज्ञान का देवता भी माना जाता है और मोदक को भी ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. इस वजह से भी उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है|


 भगवान श्री गणेश जी की आपको कृपा तो प्राप्त होगी साथ में आपके घर के वास्तु दोष को भी समाप्त किया जा सकता हैं! उपाय वास्तु दोष दूर करने के!






1- आप अपने घर के मुख्य द्वार पर  दोनों तरफ भगवान श्री गणेश की प्रतिमा लगा ले | ऐसा करने से वास्तु दोष घर के अंदर और बाहर नहीं रहता है!

2- घर के जिस जगह आपके वास्तु दोष हो तो आप घी, मिश्री और रोली से स्वस्तिक बना दे! वास्तु दोष समाप्त हो जायेगा!

3-जैसे मैंने बताया ऑफिस के वास्तु दोष को कैसे दूर किया जा सकता हैं? आप अपने ऑफिस स्थान और कार्यस्थल पर विघन हर्ता की प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं! बस आपको ये ध्यान रखना हैं किजब आप ये स्थापित कर रहे हो तो इनका मुख दक्षिण दिशा और नैऋत्ये कोण न हो! अगर आप ऐसा करते हैं तो इसका विपरीत प्रभाव भी आपको देखने को मिल सकता हैं!

4- सर्व मनोकामना के इच्छुक व्यक्ति के लिए सिंदूर रंग के भगवान गणेश जी की विधिवत आराधना करने से मनोकामना जल्द पूर्ण होती हैं! ध्यान रखे कि क्रिस्टल के भगवान श्री गणेश जी मूर्ति से भी वास्तु दोष दूर होगा!

5- विघ्न  हर्ता की सूंड बायीं तरफ होनी चाहिए! ( यानि भगवान श्री गणेश के बायीं तरफ होनी चाहिए और आपके दायी तरफ होनी चाहिए!)

6- भगवान श्री गणेश के दायी तरफ वाले हटी और ज़िद्दी होते है! तथा उनकी साधना कठिन और मुश्किल होती है!

7- मूषक पर विराजमान भगवन श्री गणेश साहस,शक्ति, और आत्मविश्वास के प्रतीक होते है! जिन व्यक्ति और बच्चो मे आत्मविश्वास की कमी हो तो उनके ऑफिस या कमरे मे इस प्रकार के गणेश जी की प्रतिमा लगानी चाहिए! नार्थ ईस्ट में लगाना बहुत शुभ होता है!

नृत्य करते भगवान श्री गणेश की प्रतिमा इतनी मनमोहक क्यों लगती है इसकी जानकारी -

8- अगर आप एक्टिंग, डान्स या आप किसी कला से सम्बंधित कार्य करते है, शिक्षा पढ़ रहे है या ले रहे है तो आपको इस प्रकार की प्रतिमा या मूर्ति  बहुत सफलता प्रदान करेगी! और आप इसकी स्थापना उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ स्थापित करे!

9- अगर आपके घर के ड्राइंग रूम में वास्तु दोष है या आपको ऐसा लगता है तो भगवान श्री गणेश की प्रतिमा या तस्वीर, एक हाथ का सहरा लेकर लेटे हुए  जिन की आँखे खुली हुई है, को कमरे में लगायें | एक बात का धयान रखे कभी भी इनका मुख दक्षिण दिशा की तरफ या नैऋत्ये कोण की तरफ न रखे!

10- सिंघासन पर बैठे भगवान श्री गणेश की प्रतिमा बायीं तरफ सूंड वाले घर के मंदिर में रखी जानी चाहिए! इनकी पूजा से घर में सुख समृद्धि जरूर आती है!

                                                                              -:विशेष:-

श्वेतार्क गणपति क्या होते है! 

ये कुदरती होते है! आपको मैं ऊपरी जानकारी के द्वारा बता देता हूँ! आकड़े का जो पौधा होता उनकी जो जड़ होती है उसमे अपने आप ही जड़ में गणेश जी होते है! उनको आप किसी योग्य पंडित जी से सिद्ध करवा ले! हमने सैकड़ो की संख्या में सिद्ध करके दिए है!

रविवार या पुष्य नक्षत्र में श्वेतार्क गणपति आप के घर आये तो  इनकी नियमित पूजा जरूर करे! इससे सभी रुके हुए काम बन जायेंगे! और पूजा कैसे करे- चमली के तेल से, हर जगह लगा दे रुई से और फिर चांदी का वर्क लगाए!  फिर तिलक करके आसन बनाये! फिर आप देखे चमत्कार!

अपनी परेशानी हमे मेल करे! 


किसी भी प्रकार की समस्या हो समाधान निश्चित मिलेगा!!

धन्यवाद!!

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